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मुहावरे और उनके अर्थ - [ Collection - 3 ]

नाकों चने चबाना - बहुत तंग करना

नाक खाना - मान रखना

नानी याद आना - बहुत संकट

नानी मर जाना - घबरा जाना

निन्यानवे के फेर में पड़ना - अधिक लालच करना

नौ दो ग्यारह होना - भाग जाना

पगड़ी उछालना - अपमान करना

पत्थर की लकीर - पक्की बात

पाला पड़ना - मुकाबले में जाना

पापड़ बेलना - कष्ट से जीवन बिताना

पांचों उँगलियों में घी होना - बहुत लाभ होना

पानी-पानी होना - लज्जित होना

पांव उखड़ना - हताश हो जाना

पीठ दिखाना - भाग जाना

पाप कटना - छुटकारा मिलना

पेट में चूहे कूदना - बहुत भूख लगना

पेट में दाढ़ी होना - अत्यधिक लालच होना

पोल खोलना - भेद खोलना

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फूंक-फूंककर पांव रखना - सोच-समझकर कदम बढ़ाना

फुला न समाना - बहुत खुश होना

फूटी आंख न भाना - बिलकुल अच्छा न लगना

फुट-फूटकर रोना - बहुत अधिक रोना

बगुला भगत - धूर्त मनुष्य

बगलें झांकना - कुछ उत्तर न सूझना

बछिया का ताऊ - मुर्ख मनुष्य

बट्टा लगाना - कलंक लगाना

बल्लियों उछलना - ख़ुशी से फुले न समाना

बन्दर घुड़की - झूठा भय

बाल की खाल निकालना - बहुत नुक्ताचीनी करना

बाल बांका करना - थोड़ी सी हानी पहुँचाना

बाल-बाल बचना - बड़ी कठिनाई से बचना

बाग-बाग होना - बहुत प्रसन्न होना

बात की बात में - देखते ही देखते

बांह पकड़ना - सहारा देना

बायें हाथ का खेल - मामूली काम

बाजार गर्म होना - बहुत अधिकता होना

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बेगार टालना - दिल लगाकर काम न करना

भाड़ झोंकना - यों ही समय बिता देना

भीगी बिल्ली बनना - डर जाना

भीड़ में छत्ते को छोड़ना - झगड़ालू से झगड़ा मोल लेना

मक्खियाँ मरना - निकम्मे रहकर समय बिताना

मगज चाटना - बातें कर-करके तंग कर देना

मजा किरकिरा करना - रंग में भंग होना

मन की मन में रह जाना - आशाएं पूर्ण न होना

मन लड्डू फोड़ना - केवल कल्पनाओं में ही समय बिताना

माथा ठनकना - संदेह होना

माथे पर बल पड़ना - गुस्सा चढ़ना

मिट्टी खराब करना - बुरा हाल करना

मुंह की खाना - उल्टी चपत पड़ना

मुंह में पानी भर आना - दिल ललचाना

मुंह में खून लगना - रिश्वत की बुरी आदत पड़ जाना

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मुंह रखना - मान रखना

मुंहतोड़ जवाब देना - ऐसा उत्तर देना कि दूसरा फिर न बोल सके

मुंह पर कालिख पोतना - कलंक लगाना

मुट्ठी गरम करना - रिश्वत चढ़ाना

मौत सिर पर खेलना - मृत्यु का समीप होना

रंग में भंग होना - प्रसन्नता के समय अनर्थ हो जाना

राग उड़ना - घबरा जाना

रंग बदलना - किसी भी रूप में स्थिर न रहना

रंगा सियार - धोखा करने वाला

फफुचक्कर होना - भाग जाना

राई का पहाड़ बनाना - छोटी बात को बड़ा बनाना

लकीर का फकीर - केवल किसी रूडी पर चलने वाला और अपनी बुद्धि से कुछ भी न सोचने वाला

लम्बी-चौड़ी हांकना - इधर-उधर की बातें करना

लट्टू होना - मस्त होना

लहू का घूंट पीना - क्रोध को रोक लेना

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लहू-पसीना एक करना - बहुत परिश्रम करना

लाल-पिला होना - क्रोध करना

लुटिया डुबोना - काम बरबाद कर देना

लेने के देने पड़ना - लाभ के बदले हानी होना

लोहे के चने चबाना - बहुत कठिनाइयों का सामना करना

लोहा मानना - शक्ति को स्वीकार करना

विष उगलना - बुरा-भला कहना

विष की गांठ - हानी पहुँचाने वाला व्यक्ति

विष घोलना - ईर्ष्या या क्रोध के कारण जाहते रहना

शहद लगाकर चाटना - किसी काम न आना

शैतान के कान कतरना - बहुत चतुर होना

श्रीगणेश करना - शुरू करना

शिकार होना - वश में होना , मर जाना

समझ पर पत्थर पड़ना - न सोचना , न समझना

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सब्ज बाग दिखना - ललचाने वाली बातें करना

सात घाट का पानी पीना - बहुत अनुभवी होना

सिर पर भूत सवार होना - धुन सवार होना

सिर पर मौत खेलना - मृत्यु समीप होना

सिर पर खून सवार होना - मरने-मरने को तैयार होना

सिर-धड़ की बजी लगाना - प्राणों की भी परवाह न करना

सिर निचा करना - लजा जाना

सोने की चिड़िया - बहुत कीमती वस्तु

हथियार डाल देना - हर मानना

हवाई किले बनाना - करना-धरना कुछ नही , केवल कल्पना करते रहना

हवा से बातें करना - बहुत तेज दौड़ना

हवा लगना - असर पड़ना

हाथ डालना - शुरू करना

हाथ पांव मरना - यत्न करना

हाथ साफ करना - लुट लेना या चुरा लेना

हाथ मलते रह जाना - पछताना

हांथों-हाथ - बहुत जल्दी

हांथों के तोते उड़ जाना - दुख में हैरान हो जाना

हाथ धर कर बैठना - निकम्मा होना

हाथ खींचना - साथ न देना

हाथ खाली होना - रूपया पैसा न होना

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