जानिए प्यार की एबीसी - Janiye Pyar Ki ABC, in Hindi
खामोश सा अफसाना एक लहर तेरे खयालो की , मेरे वजूद को भिगो जाती है .... एक बूँद तेरे याद की मुझे इश्क के दरिया में डुबो जाती है .... तू कौन है , पता नहीं पर तेरी होने की खुशबु मुझे कुछ खाश बना जाती है।
Love से जुड़े कई बातें हमें अक्सर जाने अनजाने जानने-पढने को मिलती है और हम उसे ही आधार बनाकर अपनी एक राय कायम कर लेते है। बिना ये जानने की कोशिश किये कि इन बातों में कितनी सच्चाई है . यहाँ हम प्रयास करेगे love से जुड़े कुछ myth और factor को जानने की , ताकि love को बेहतर तरीके से feel कर पाए।
सबसे पहले वो common myth love को लेकर ये है की love के बाद शादी इसलिए जरुरी है की शादी से love ताउम्र बरक़रार रहता है . यानि शादी love को हमेसा के लिए जिन्दा रखने का सबसे बेहतर उपाय है। हकीकत में love का मतलब होता है अपने मन की feeling को express करना , जबकि शादी एक social practice है , जिसके होने से love बने रहने की कोई guarantee नहीं मिलती।
Love अपने आप में एक complete feeling है , जिसे पुरे होने के लिए या हमेसा बने रहने के लिए किसी प्रथा या बंधन से बंधने की जरुरत नहीं।
कहते है true love अँधा होता है और उसने आपको अपने partner को उसी रुप में except करना जरुरी है , जैसे वो है। लेकिन reality तो ये है की जब हम किसी के close आते है तो उसके गलत behavior से hurt व upset होते ही है , तब हो सकता है , love का relation लम्बे time तक बना ना रहे।
अक्सर कहा जाता है की romance की गर्माहट बनाये रखने के लिए थोड़ी दुरी भी जरुरी है। लेकिन दूसरी तरफ सच्चाई यह भी है की नजरो से दूर होते ही मन से भी दूर होने में time नहीं लगता , इसलिए कहा गया है Out Of Sight Is Out Of Mind
Love के relation को बनाये रखने के लिए physical attraction और sex बहुत जरुरी है। Love की वजह से physical attraction हो सकता है , लेकिन love सिर्फ sex पर ही टिका हो , तो उसे खत्म होते देर नहीं लगती। Love एक emotional feeling है , इसे पूरी तरह body से जोड़ना ही सबसे बड़ी गलती है।
Love में पैसा भी बहुत जरुरी है , ताकि अपने partner को महगे gifts से खुश रखा जा सके।
यह बात पूरी तरह गलत है , love में mutual understanding और caring nature सबसे जरुरी है , बजाये physical things के।
Love और relation के गहराई बढ़ाने के लिए extra effort बेहद जरुरी है। सबसे पहली बात तो ये है कि जहा extra effort की जरुरत पड़े , वहा love की गहराई हो ही नहीं सकती। Love एक natural process व feeling है , जिसमे आप खुद-ब-खुद बहते चले जाते है और अपने relation के लिए जो भी करते है , वो naturally करते है। Effort करने पर ऐसा लगेगा आप forcefully कुछ कर रहे है।
Romance वही सच्चा होता है , जैसा किताबो और movie में दिखाया जाता है। ये भी बहुत बड़ी misunderstanding है। जरुरी नहीं की आप filmy style में candle night dinner कर ' I Love You ' कहे या किसी hero की तरह हर बार फूलो का गुलदस्ता अपने partner के लिए ले के जाये। Love का मतलब होता है अपने partner के साथ normal और comfortable रहना। Uncomfortable होने हा मतलब आप show-off कर रहे है।
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जब सारे रास्ते सिमट जाते है , तो कुछ मौड़ तनहा रह जाते है........
इन्तेजार में पड़े होते है कि कभी तो कोई मुसाफिर उन तक पहुचेगा अपनी मंजिल की चाह में....
World में इतने लोग होते है , ऐसे में क्या reason हे की हमे कोई एक भाने लगता है और वो हमारे लिए special हो जाता है। इनके पीछे एक reason यह भी बताई जाती है कि हर कोई अपने level पर खुद से आधिक strong व attractive व्यक्ति की तरफ attract होता है। अगर किसी को देख कर हमें ये लगता है कि यह हमारी care करेगा , हमारी रक्षा करेगा , हमारी feelings को समझेगा , तो हम उसकी तरफ attract होते चले जाते है।
दूसरी reason है हमारा romance , यह बहुत बड़ी role निभाते है हमारे मन-मस्तिष्क को control करने में। Life की अलग-अलग मोड़ पर व अलग-अलग states में hormones कम या आधिक मात्रा में पैदा होते है। इन्ही की वजाह से हम किसी की ओर attract होते है। एक research के अनुसार , love की तीन states होती है Lust ( लालसा या वासना ) , Attraction ( अकर्सन ) और Attachment ( जुड़ाव ) , ये different states हमारे romance के बदलाव पर depend करती है।
यह पहली states होती है , जब हम किसी को देख के उसके प्रति physically attract होते है। ये state sexual fantasy से आधिक जुड़ी होती है। पुरुष और महिला दोनों को ही इस state के लिए sex hormone testosterone और estrogen responsible होता है।
यह सबसे खुबसूरत state होती है , जिसमे आक्सर हम कहते है की हमें love हो गया है। इस दौरान हम अपने साथी के ही ख्यालो में खोये रहते है और धीरे-धीरे emotionaly भी उनसे जुड़ने लगते है।
यह सबसे आखरी state है , जो एक strong relationship के लिए बहुत important है। Scientist के अनुसार , इस state में जो hormone main role निभाते है वो है - oxytocin और vasopressin यह दोनों ही hormone love की feeling को बढ़ाते है। अब question ये उठता है की सब hormone का ही खेल है तो क्यों हम हर किसी की ओर attract नहीं होकर किसी special की ओर ही love की feeling महसूस करते है। इसका answer है - सही combination । Hormone की सही combination जब किसी ओर के combination से मिलते है , तो उसी के प्रति love और attraction जन्म लेता है।
Love में होता है क्या जादू.....हल्की सी खुसबू , चंद बूंदे सबनम की , चाँद का थोड़ा सा नूर और दिल की धड़कनों का सरुर.....इसी का नाम मोहब्बत है।प्यार के जादू और चाहत की खुमारी तो वही समझ सकते है , जो कभी इसके मखमली एहसास से गुजरे हो , लेकिन आप सायद जानते होगे की इस खलिश भावना से ओतप्रोत एहसास के कई मनोवैज्ञानिक , शारीरिक और सामाजिक पहलु भी हो सकते है। क्या है ये पहलु , आइये जानते है -
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Relation में love एक मनोवैज्ञानिक पहलू है , यही reason है कि किसी के भी mind-brain में love की feeling जबरन नहीं डाली जा सकती। किसी की तरफ attract होने के कई मनोवैज्ञानिक कारण हो सकते है , जैसे - किसी के साथ लम्बे time तक time spend करना , किसी से thoughts और thinking मिलना , mental व intellectual level पर समानता आदि। Psychological theory के आधार पर romance दो type का हो सकता है - एक है compensate love और दूसरा है pensate love । Compensate romance mutual harmony , caring-sharing और respect से जन्म लेता है , जबकि pensate romance bound होता है , pensate love धीरे-धीरे compensate romance व गहरे रिश्ते में भी change हो सकता है। बस , दो लोग की chemistry आपस में कितनी है , इस बात पर depend करता है।
Love और romance की सुरुआत attraction से ही होती है। यह बहुत ही natural है की स्त्री-पुरुष mutual attract होते ही है , लेकिन वो हर किसी के प्रति attract नहीं होते और जिनके प्रति होते है, वह भी attraction की intensity कम-ज्यादा हो सकती है , वो उसके प्रति आधिक attractively से अधिक attractive लगता है , वो उसकी प्रति अधिक attract होते है। किसी के mind में किसी के beauty की जो image बनती है , वो उसके प्रति attraction feel करता है। Beauty की definition के आधार पर लोग अपने अनुसार अपनी पसंद determine करते है।
मनुष्य सामाजिक प्राणी है और society भी उसे love करना और family बनाने कीdirection में inspire करता है। कोई भी बच्चा starting से अपने आसपास व family में भी स्त्री-पुरुष के relation को देखता है और जब वो teenage में पहुचता है , तो hormone के changes व अपने previous experience के आधार पर स्त्री-पुरुष relation को एक partner व need की तरह लेता है। ऐसे में किसी से love करना उसके लिए बहुत ही natural process है। कभी-कभी अकेलेपन का feeling भी एक partner की जरूरत को जन्म देता है। ये सभी reason mutual attraction का कारण बनकर love के रुप में convert हो सकती है।
तो friends कैसे लगा हमारा ये post , comment के माध्यम में जरुर बताये thankyou ..
खामोश सा अफसाना एक लहर तेरे खयालो की , मेरे वजूद को भिगो जाती है .... एक बूँद तेरे याद की मुझे इश्क के दरिया में डुबो जाती है .... तू कौन है , पता नहीं पर तेरी होने की खुशबु मुझे कुछ खाश बना जाती है।
Love से जुड़े कई बातें हमें अक्सर जाने अनजाने जानने-पढने को मिलती है और हम उसे ही आधार बनाकर अपनी एक राय कायम कर लेते है। बिना ये जानने की कोशिश किये कि इन बातों में कितनी सच्चाई है . यहाँ हम प्रयास करेगे love से जुड़े कुछ myth और factor को जानने की , ताकि love को बेहतर तरीके से feel कर पाए।
सबसे पहले वो common myth love को लेकर ये है की love के बाद शादी इसलिए जरुरी है की शादी से love ताउम्र बरक़रार रहता है . यानि शादी love को हमेसा के लिए जिन्दा रखने का सबसे बेहतर उपाय है। हकीकत में love का मतलब होता है अपने मन की feeling को express करना , जबकि शादी एक social practice है , जिसके होने से love बने रहने की कोई guarantee नहीं मिलती।
Love अपने आप में एक complete feeling है , जिसे पुरे होने के लिए या हमेसा बने रहने के लिए किसी प्रथा या बंधन से बंधने की जरुरत नहीं।
कहते है true love अँधा होता है और उसने आपको अपने partner को उसी रुप में except करना जरुरी है , जैसे वो है। लेकिन reality तो ये है की जब हम किसी के close आते है तो उसके गलत behavior से hurt व upset होते ही है , तब हो सकता है , love का relation लम्बे time तक बना ना रहे।
अक्सर कहा जाता है की romance की गर्माहट बनाये रखने के लिए थोड़ी दुरी भी जरुरी है। लेकिन दूसरी तरफ सच्चाई यह भी है की नजरो से दूर होते ही मन से भी दूर होने में time नहीं लगता , इसलिए कहा गया है Out Of Sight Is Out Of Mind
Love के relation को बनाये रखने के लिए physical attraction और sex बहुत जरुरी है। Love की वजह से physical attraction हो सकता है , लेकिन love सिर्फ sex पर ही टिका हो , तो उसे खत्म होते देर नहीं लगती। Love एक emotional feeling है , इसे पूरी तरह body से जोड़ना ही सबसे बड़ी गलती है।
Love में पैसा भी बहुत जरुरी है , ताकि अपने partner को महगे gifts से खुश रखा जा सके।
यह बात पूरी तरह गलत है , love में mutual understanding और caring nature सबसे जरुरी है , बजाये physical things के।
Love और relation के गहराई बढ़ाने के लिए extra effort बेहद जरुरी है। सबसे पहली बात तो ये है कि जहा extra effort की जरुरत पड़े , वहा love की गहराई हो ही नहीं सकती। Love एक natural process व feeling है , जिसमे आप खुद-ब-खुद बहते चले जाते है और अपने relation के लिए जो भी करते है , वो naturally करते है। Effort करने पर ऐसा लगेगा आप forcefully कुछ कर रहे है।
Romance वही सच्चा होता है , जैसा किताबो और movie में दिखाया जाता है। ये भी बहुत बड़ी misunderstanding है। जरुरी नहीं की आप filmy style में candle night dinner कर ' I Love You ' कहे या किसी hero की तरह हर बार फूलो का गुलदस्ता अपने partner के लिए ले के जाये। Love का मतलब होता है अपने partner के साथ normal और comfortable रहना। Uncomfortable होने हा मतलब आप show-off कर रहे है।
इस article को पूरा पढ़ने के लिये Next Page पर जाये.
हो जाता है कैसे प्यार ...
जब सारे रास्ते सिमट जाते है , तो कुछ मौड़ तनहा रह जाते है........
इन्तेजार में पड़े होते है कि कभी तो कोई मुसाफिर उन तक पहुचेगा अपनी मंजिल की चाह में....
World में इतने लोग होते है , ऐसे में क्या reason हे की हमे कोई एक भाने लगता है और वो हमारे लिए special हो जाता है। इनके पीछे एक reason यह भी बताई जाती है कि हर कोई अपने level पर खुद से आधिक strong व attractive व्यक्ति की तरफ attract होता है। अगर किसी को देख कर हमें ये लगता है कि यह हमारी care करेगा , हमारी रक्षा करेगा , हमारी feelings को समझेगा , तो हम उसकी तरफ attract होते चले जाते है।
दूसरी reason है हमारा romance , यह बहुत बड़ी role निभाते है हमारे मन-मस्तिष्क को control करने में। Life की अलग-अलग मोड़ पर व अलग-अलग states में hormones कम या आधिक मात्रा में पैदा होते है। इन्ही की वजाह से हम किसी की ओर attract होते है। एक research के अनुसार , love की तीन states होती है Lust ( लालसा या वासना ) , Attraction ( अकर्सन ) और Attachment ( जुड़ाव ) , ये different states हमारे romance के बदलाव पर depend करती है।
लस्ट - LUST
यह पहली states होती है , जब हम किसी को देख के उसके प्रति physically attract होते है। ये state sexual fantasy से आधिक जुड़ी होती है। पुरुष और महिला दोनों को ही इस state के लिए sex hormone testosterone और estrogen responsible होता है।
Attraction
यह सबसे खुबसूरत state होती है , जिसमे आक्सर हम कहते है की हमें love हो गया है। इस दौरान हम अपने साथी के ही ख्यालो में खोये रहते है और धीरे-धीरे emotionaly भी उनसे जुड़ने लगते है।
अटैचमेंट - Attachment
यह सबसे आखरी state है , जो एक strong relationship के लिए बहुत important है। Scientist के अनुसार , इस state में जो hormone main role निभाते है वो है - oxytocin और vasopressin यह दोनों ही hormone love की feeling को बढ़ाते है। अब question ये उठता है की सब hormone का ही खेल है तो क्यों हम हर किसी की ओर attract नहीं होकर किसी special की ओर ही love की feeling महसूस करते है। इसका answer है - सही combination । Hormone की सही combination जब किसी ओर के combination से मिलते है , तो उसी के प्रति love और attraction जन्म लेता है।
Love में होता है क्या जादू.....हल्की सी खुसबू , चंद बूंदे सबनम की , चाँद का थोड़ा सा नूर और दिल की धड़कनों का सरुर.....इसी का नाम मोहब्बत है।प्यार के जादू और चाहत की खुमारी तो वही समझ सकते है , जो कभी इसके मखमली एहसास से गुजरे हो , लेकिन आप सायद जानते होगे की इस खलिश भावना से ओतप्रोत एहसास के कई मनोवैज्ञानिक , शारीरिक और सामाजिक पहलु भी हो सकते है। क्या है ये पहलु , आइये जानते है -
इस article को पूरा पढ़ने के लिये Next Page पर जाये.
मनोवैज्ञानिक पहलू - Psychological aspects
Relation में love एक मनोवैज्ञानिक पहलू है , यही reason है कि किसी के भी mind-brain में love की feeling जबरन नहीं डाली जा सकती। किसी की तरफ attract होने के कई मनोवैज्ञानिक कारण हो सकते है , जैसे - किसी के साथ लम्बे time तक time spend करना , किसी से thoughts और thinking मिलना , mental व intellectual level पर समानता आदि। Psychological theory के आधार पर romance दो type का हो सकता है - एक है compensate love और दूसरा है pensate love । Compensate romance mutual harmony , caring-sharing और respect से जन्म लेता है , जबकि pensate romance bound होता है , pensate love धीरे-धीरे compensate romance व गहरे रिश्ते में भी change हो सकता है। बस , दो लोग की chemistry आपस में कितनी है , इस बात पर depend करता है।
शारीरिक आकर्सन - Physical attraction
Love और romance की सुरुआत attraction से ही होती है। यह बहुत ही natural है की स्त्री-पुरुष mutual attract होते ही है , लेकिन वो हर किसी के प्रति attract नहीं होते और जिनके प्रति होते है, वह भी attraction की intensity कम-ज्यादा हो सकती है , वो उसके प्रति आधिक attractively से अधिक attractive लगता है , वो उसकी प्रति अधिक attract होते है। किसी के mind में किसी के beauty की जो image बनती है , वो उसके प्रति attraction feel करता है। Beauty की definition के आधार पर लोग अपने अनुसार अपनी पसंद determine करते है।
सामाजिक पहलु - Social aspects
मनुष्य सामाजिक प्राणी है और society भी उसे love करना और family बनाने कीdirection में inspire करता है। कोई भी बच्चा starting से अपने आसपास व family में भी स्त्री-पुरुष के relation को देखता है और जब वो teenage में पहुचता है , तो hormone के changes व अपने previous experience के आधार पर स्त्री-पुरुष relation को एक partner व need की तरह लेता है। ऐसे में किसी से love करना उसके लिए बहुत ही natural process है। कभी-कभी अकेलेपन का feeling भी एक partner की जरूरत को जन्म देता है। ये सभी reason mutual attraction का कारण बनकर love के रुप में convert हो सकती है।
तो friends कैसे लगा हमारा ये post , comment के माध्यम में जरुर बताये thankyou ..
Bahut hi badhiya likha hai aapne , aise hi hume kankari dete rahe thanks
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