Skip to main content

कैसे होता है आप के साथ आनलाईन फ्राड




       कैसे होता है आप के साथ आनलाईन फ्राड


आपने कभी सोचा है आपने जो मोबाइल नम्बर अपनी बैंक मे दिया है वह नम्बर फ्राड करने वाले के पास कैसे चला जाता है । आपने कौन सा नम्बर किस बैंक मे दिया है यह तो सिर्फ आप जानते हो या फिर बैंक फिर फ्राड करने वाले के पास आपका नम्बर कैसे पहुंच जाता है ? इसका मतलब या तो आप देते हो या बैंक । अब आप बोलोगे मै भला अपना नम्बर क्यु दूंगा फ्राड करने वाले को । तो क्या बैंक वाले देते है आपका नम्बर ?

अब अगर मै कहू कि दोनो ही इसके लिये जिम्मेदार है तो गलत ना होगा अगर फ्राड करने वाला बैंक की साइट हैक करके आपका नं निकाल लेता है तो इसमे तो आपका कोई जोर नही । लेकिन बैंक की साईट को हैक करना इतना आसान नही होता छोटे हैकरो के बस का यह काम नही होता । यह कम ही होता है ।
 तो आप सोच रहे होगे कि इसका मतलब मै ये कहना चाहती हु कि आप ही अपना नम्बर खुद देते है । तो आपका यह सोचना गलत नही है आप ही अपना नम्बर हैकर को देते है बल्कि नम्बर ही नही और भी बहुत कुछ् आप दे देते हो । हा ये बात अलग है कि आप यह सब अन्जाने मे करते है । आप सोच रहे होगें कैसे ? चलिये आपको डिटेल मे समझाता हु ।


जब आप कोई गेम या अप्लीकेशन अपने अन्ड्रोइड मोबाइल मे इन्स्टाल करते हो तो  आपके सामने एक परमिशन विन्डो खुलती है । जिस पर आपने सायद कभी ध्यान ही न दिया हो |





फोटो मे देखने के बाद आपको पता चल रहा है यहां पर जितनी भी चीज के लिये परमिशन मांगी गयी है । इसका मतलब यह है यह अप्लीकेशन जब चाहे उस चीज का इस्तेमाल कर सकता है ।

चलिये अब आते है आपका नम्बर फ्राड के पास कैसे जाता है ? अब मान लो आपने एक साफ्टवेयर इन्स्टाल किया है जो कि फ्राड करने वालो का है और आपने उसे अपना मैसेज रीड करने की परमिशन दे रखा है । इसका मतलब यह है कि आपने किसी को अपना मोबाईल दे दिया है और उसे कहा है कि आप मेरे मैसेज पढ सकते हो अब फ्राड करने वाला अपके सारे मैसेज पढेगा और साथ ही आपके बैंक से जो मैसेज आया है जिसमे आपका बैलेन्स कितना है...... वगैरा वगैरा

 मतलब आप समझ गये ना यह तो सिर्फ मैसेज की बात हुई आप एक सोफ्ट्वेयर को अपना कोन्टक्ट लिस्ट रीड करने की पर्मिशन देते हो जिससे ओ आपके दोस्तो और रिश्तेदारो का भी नम्बर उन्हे मिल जाता है ।

अपनी सेफ्टी के लिये आप अपने स्मार्टफोन के सेटिंग >> सेक्युरिटी सेटिंग मे जाकर अप परमिशन को आन कर दे ।



app  परमिशन सेटिंग वह सेटिंग है जिसे ओन करने के बाद बिना आपकी परमिशन के कोइ भी अप्लीकेशन आप के किसी भी जानकारी का इस्तेमाल नहा कर पाता है । इसे आन करने आप की निजी जानकारी को चोरी होने से रोका जा सकता है

और किसी भी app को ऐसी परमिशन न दे जिसका उसे कोई काम ही नही जैसे मान लो कोई कैलक्यूलेटर app है और वह आपके msg और फोनबुक read करने की परमिशन माँग रहा है तो इतना तो आप को भी समझना होगा कि कैलक्यूलेटर को मेरा msg और फोनबुक read करने की क्या आवश्यकता है ।

किसी भी फोन पर अपनी पर्सनल जानकारी न दे । जैसे आपके atm का पिन . आपके atm का cvv कोड ।इन उपायो से आप ऑनलाइन फ्राड से अपने आप को बचा सकते है

Comments

Popular posts from this blog

संस्कार और उनसे मुक्ति - Sacrifice and liberation from them, in Hindi

[caption id="" align="aligncenter" width="497"] संस्कार और उनसे मुक्ति - Sacrifice and liberation from them, in Hindi [/caption] गुरु नानक (Guru Nanak) साहब के जीवन (life) का एक प्रसंग (story) है. एक बार गुरु नानक साहब अपने शिष्यों (disciples) के साथ कहीं यात्रा (travelling) पर जा रहे थे. रास्ते में सब लोगों ने देखा कि एक दुकान (shop) के आगे अनाज का ढेर पड़ा हुआ है. एक बकरा (goat) उनमें से कुछ खाने की कोशिश (try) कर रहा है और एक लड़का उस बकरे को डंडे मारकर भगा रहा है. नानक साहब यह देख कर हस (smiling) पड़े. थोड़ी दूर जाने पर उनके शिष्यों (disciples) में से एक बोला कि भगवन (god) मैंने तो सुना था कि संत (sage) दूसरों के दुख में दुखी होते हैं परन्तु (but) आप तो बकरे को पिटता (beaten) देखकर हँसे (laughed), इसमें कोई राज (secret) होगा. कृपया समझायें. नानक साहब बोले कि देखो वह जो बकरा था किसी समय (time) इस दुकान (shop) का मालिक (owner) था. इस लड़के का पिता (father) था जो इस समय पिट रहा है अपने पुत्र (son) के हाथ. फिर उन्होंने बताया कि देखो मनुष्य (human) जो कर्म करता...

मन में निर्मलता कैसे लाये ? - How to bring clarity in mind?

[caption id="" align="aligncenter" width="457"] मन की निर्मलता - Clarity of mind, in Hindi [/caption] निर्मल ह्रदय (clean heart) खुले आकाश (sky) की भांति (like) पारदर्शी (transparent) होता है. उसमे छिपने-छिपाने की कोई बात नहीं होती है. निर्मल ह्रदय (clean heart) वाले का अंतरंग (inner) ऐसा अन्त:पुर होता है जहाँ सबकी सहज (spontaneous) पहुँच होती है. माता-पिता का दिल पुत्र (son) के लिए और परम पिता का दिल सबके लिये ऐसा ही होता है. संतजन (sage) ईश्वर के अवतार (incarnation) होता है, उनका दिल-दरबार सबके लिये खुला होता है. वे यह निर्मलता (cleanness) का प्रसाद सबको बांटते फिरते है. उनके सत्संग से यह निर्मलता अनायास (suddenly) प्राप्त होती है. निर्मलता से जीव में निर्भयता (fearlessness) आती है, आत्मा विश्वास (self confidence) आता है. बंधनों से मुक्ति (release) मिलता है. यह सत्संग है. यहाँ हर जीव माया के प्रबल प्रवाह (strong floe) में बहा जा रहा है. न चाहते हुए भी भूलें (forget) होती रहती है. कभी गुरु में अश्रद्धा (faithless), कभी ईश्वर में अविश्वास (disbelief), कभी...

कब , कहाँ , कैसे होता है प्यार ? - When, where, how love is happen? In Hindi

कब , कहाँ , कैसे होता है प्यार ? - When, where, how love is happen? In Hindi, pyar kaise hota hai?, kaise hota hai pyar?, pyar kab hota hai? पहले प्यार का पहला feeling, कुछ को तो पता ही नहीं चलता कि उनको प्यार हो गया है. ज्यादातर पहले प्यार कच्ची उम्र या teenage में ही हो जाता है, कभी-कभी लोग अपने प्यार का इजहार भी नहीं कर पाते और हाँ पहले प्यार को जिंदगी भर याद रखते है, कोई तो इसे first crush भी कहते है, आइये जानते है क्यों, कब और कहा होता है first love.... 1. कहते है कि first love हमेशा दिल में ताजा रहता है चाहे इजहार हुआ हो या न हुआ हो. 2. ज्यादातर school के दिनों में, college की शुरूवाती दिनों में या फिर teenage में होता है पहला प्यार. 3. बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जिन्हें अपने पहले प्यार के साथ जिंदगी बिताने के मौका मिलता है. कहने का मतलब है कि उनका पहला प्यार success होता है. इस article को पूरा पढ़ने के लिये Next Page पर जाये.. कब , कहाँ , कैसे होता है प्यार ? - When, where, how love is happen? In Hindi, pyar kaise hota hai?, kaise hota hai pyar?, pyar kab hota hai? 4. अक्सर कम उम्र...