Skip to main content

टिफिन का टेंशन होगा दूर



टिफिन का टेंशन होगा दूर, bacche ko tiffin me kya de, school tiffin me kya de?

अक्सर बच्चों की eating habit को लेकर उनकी माएं परेशान रहती है और अक्सर यही शिकायत करती है कि बच्चा अपना Tiffin कभी खत्म ही नहीं करते . बहुत समझाने पर भी वो ठीक से खाना नहीं खाते . वही बच्चों को यह शिकायत होती है कि उन्हें Tiffin में कुछ भी मजेदार नहीं मिलता . ऐसे में यहाँ हम बच्चों की रेसिपीज को healthy के साथ-साथ मजेदार बनने के easy tips दे रहे है , जिसके बाद माओं का Tiffin का tension दूर हो जाएगा .

  • बच्चों को healthy food खिलाना इतना आसान नहीं है , इसलिए खाने को इतना presentable बनाए कि बच्चे को खाने को देखते ही मजा आ जाए .

  • रेसिपीज को उनके favorite cartoon character का shape दें .

  • Food को जितना हो सके colorful बनाएं , क्योंकि बच्चों को color बहुत पसंद होते है .

  • अगर आप उन्हें pasta या noodles दे रहे हो , तो उसमे जितना अधिक हो सके सब्जियां और fruits के बारीक़ पीसेज डाले .

  • उनके Tiffin में उनका favorite jam या सौस भी दें , इससे health और टेस्ट दोनों मिलेगा .

  • उन्हें किचन गार्डन का experience दें . Research में ये पाया गया है कि बच्चे यदि खुद फल और सब्जियां उगते है और उन्हें बढ़ता हुआ देखते है , तो उन्हें खाने को पसंद करते है .

  • उन्हें किचन और cooking में involve करें .

  • उन्हें school में tiffin में क्या चाहिए उनसे पूछकर हफ्तेभर की लिस्ट तैयार करें और इन रेसिपीज को किस तरह से मजेदार बनाया जा सकता है , वो सोचें .

  • उन्हें सलाद और फ्रूट्स को toy के shape में काटकर के दें या उन पर smiles बनाए .

  • बच्चों को foods से जुड़े जरुरी बातें कहानियों के रूप में सुनाएँ , इससे वो उन foods से connection feel करेंगे और उसे खाने में ज्यादा दिलचस्पी दिखायेंगे .

  • बच्चों को कहें कि ये जानकारियां वो अपने friends के साथ भी share करें , यह उनके लिए काफी मजेदार होता है .


Comments

Popular posts from this blog

संस्कार और उनसे मुक्ति - Sacrifice and liberation from them, in Hindi

[caption id="" align="aligncenter" width="497"] संस्कार और उनसे मुक्ति - Sacrifice and liberation from them, in Hindi [/caption] गुरु नानक (Guru Nanak) साहब के जीवन (life) का एक प्रसंग (story) है. एक बार गुरु नानक साहब अपने शिष्यों (disciples) के साथ कहीं यात्रा (travelling) पर जा रहे थे. रास्ते में सब लोगों ने देखा कि एक दुकान (shop) के आगे अनाज का ढेर पड़ा हुआ है. एक बकरा (goat) उनमें से कुछ खाने की कोशिश (try) कर रहा है और एक लड़का उस बकरे को डंडे मारकर भगा रहा है. नानक साहब यह देख कर हस (smiling) पड़े. थोड़ी दूर जाने पर उनके शिष्यों (disciples) में से एक बोला कि भगवन (god) मैंने तो सुना था कि संत (sage) दूसरों के दुख में दुखी होते हैं परन्तु (but) आप तो बकरे को पिटता (beaten) देखकर हँसे (laughed), इसमें कोई राज (secret) होगा. कृपया समझायें. नानक साहब बोले कि देखो वह जो बकरा था किसी समय (time) इस दुकान (shop) का मालिक (owner) था. इस लड़के का पिता (father) था जो इस समय पिट रहा है अपने पुत्र (son) के हाथ. फिर उन्होंने बताया कि देखो मनुष्य (human) जो कर्म करता...

मन में निर्मलता कैसे लाये ? - How to bring clarity in mind?

[caption id="" align="aligncenter" width="457"] मन की निर्मलता - Clarity of mind, in Hindi [/caption] निर्मल ह्रदय (clean heart) खुले आकाश (sky) की भांति (like) पारदर्शी (transparent) होता है. उसमे छिपने-छिपाने की कोई बात नहीं होती है. निर्मल ह्रदय (clean heart) वाले का अंतरंग (inner) ऐसा अन्त:पुर होता है जहाँ सबकी सहज (spontaneous) पहुँच होती है. माता-पिता का दिल पुत्र (son) के लिए और परम पिता का दिल सबके लिये ऐसा ही होता है. संतजन (sage) ईश्वर के अवतार (incarnation) होता है, उनका दिल-दरबार सबके लिये खुला होता है. वे यह निर्मलता (cleanness) का प्रसाद सबको बांटते फिरते है. उनके सत्संग से यह निर्मलता अनायास (suddenly) प्राप्त होती है. निर्मलता से जीव में निर्भयता (fearlessness) आती है, आत्मा विश्वास (self confidence) आता है. बंधनों से मुक्ति (release) मिलता है. यह सत्संग है. यहाँ हर जीव माया के प्रबल प्रवाह (strong floe) में बहा जा रहा है. न चाहते हुए भी भूलें (forget) होती रहती है. कभी गुरु में अश्रद्धा (faithless), कभी ईश्वर में अविश्वास (disbelief), कभी...

कब , कहाँ , कैसे होता है प्यार ? - When, where, how love is happen? In Hindi

कब , कहाँ , कैसे होता है प्यार ? - When, where, how love is happen? In Hindi, pyar kaise hota hai?, kaise hota hai pyar?, pyar kab hota hai? पहले प्यार का पहला feeling, कुछ को तो पता ही नहीं चलता कि उनको प्यार हो गया है. ज्यादातर पहले प्यार कच्ची उम्र या teenage में ही हो जाता है, कभी-कभी लोग अपने प्यार का इजहार भी नहीं कर पाते और हाँ पहले प्यार को जिंदगी भर याद रखते है, कोई तो इसे first crush भी कहते है, आइये जानते है क्यों, कब और कहा होता है first love.... 1. कहते है कि first love हमेशा दिल में ताजा रहता है चाहे इजहार हुआ हो या न हुआ हो. 2. ज्यादातर school के दिनों में, college की शुरूवाती दिनों में या फिर teenage में होता है पहला प्यार. 3. बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जिन्हें अपने पहले प्यार के साथ जिंदगी बिताने के मौका मिलता है. कहने का मतलब है कि उनका पहला प्यार success होता है. इस article को पूरा पढ़ने के लिये Next Page पर जाये.. कब , कहाँ , कैसे होता है प्यार ? - When, where, how love is happen? In Hindi, pyar kaise hota hai?, kaise hota hai pyar?, pyar kab hota hai? 4. अक्सर कम उम्र...